आज की हमारी चर्चा पूर्वभाद्रपद नक्षत्र पर केंद्रित है । यह आकाशमण्डल में मौजूद पच्चीसवां नक्षत्र है जो ३२० डिग्री से लेकर ३३३.२० डिग्री तक गति करता है । इस नक्षत्र को अजयपद नाम से भी जाना जाता है । पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु, नक्षत्र देवता अजयपद और राशि स्वामी शनि तथा गुरु हैं । यदि आपके कोई सवाल हैं अथवा आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट ( jyotishhindi.in ) पर विज़िट कर सकते हैं । आपके प्रश्नों के यथासंभव समाधान के लिए हम वचनबद्ध हैं ।
पूर्वभाद्रपद नक्षत्र आकाशमण्डल में मौजूद दो तारों से बनी हुई आकृति है । इसका प्रतीक चिन्ह दो धारी तलवार है । इस नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं और यह नक्षत्र २० डिग्री कुम्भ राशि से ३.२० डिग्री मीन राशि में गति करता है । इस नक्षत्र के देवता अजयपद हैं । पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के जातकों के जीवन पर शनि और वृहस्पति देव का प्रत्यक्ष प्रभाव देखा जा सकता है ।
यदि आप किसी व्यक्ति को जानते हों जो न दुःख में अधिक दुखी हो और न ही सुख में ख़ुशी के मारे फूल कर कुप्पा ही हो जाए, यानि सभी तरह की सिचुएशन में आपको संतुलित दिखे तो सौ में से नब्बे मामलों में यह पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र से सम्बंधित जातक है । इस नक्षत्र में उत्पन्न जातक माध्यम कद के व् बहुत संतुलित होते हैं । आपका ह्रदय शुद्ध और आचरण पवित्र होता है । आप बहुत अधिक बुद्धिमान होते हैं और ज्ञानवान होने के पथ पर अग्रसर होते हैं । आप विशेष रूप से विज्ञान, खगोलशास्त्र एवं ज्योतिष शास्त्र में गहन रुचि रखते हैं और इन विषयों में पारंगत भी होते हैं । आपको अंदर ही अंदर एक खालीपन का अहसास होता रहता है जिसकी पूर्ती के लिए आप धर्म की गहराइयों में उतरने को आतुर रहते हैं । यही वजह रहती की इस नक्षत्र के जातक पैसे को अधिक महत्व नहीं देते । इस वजह से आपको आपके आस पास के लोग कुछ हद तक सनकी भी समझते हैं । आपके पिता समाज में प्रतिष्ठित होते हैं और आपको बहुत कम समय दे पाते हैं । क्यूंकि आप बचपन से ही बुद्धिमान होते हैं और अपनी अधिकतर प्रोब्लेम्स स्वयं ही सॉल्व कर लेते हैं । आपका लगाव अपने माता या पिता से भी बहुत अधिक नहीं होता । आप सभी प्रकार की सीटुएशन्स का सामना करने में पूर्णतया सक्षम होते हैं । आपका एक चेहरा ऐसा भी होता है जिसे आप सभी से छुपा के रखते हैं । आप धार्मिक दिखावे में कतई विशवास नहीं रखते ।
पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के जातक/ जातिका की मैरिड लाइफ अच्छी रहती है । हालांकि आपकी पत्नी आपके आध्यात्म प्रेम से थोड़ी परेशां रह सकती है । लेकिन ओवरआल इस नक्षत्र के जातक व् जातिका का वैवाहिक जीवन सुखद ही रहता है ।
पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के जातकों को लो ब्लड प्रेशर एवं यकृत संबंधी रोग होने की संभावनाएं रहती हैं । यदि आपका नाम चरण अक्षर से शुरू होता है तो शुभ है । ऐसा करने से आपके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है जो जीवन के उतार चढ़ाव में आपको स्टेबल रखने में सहायक होता है । रोजाना बीज मन्त्र का १०८ बार उच्चारण करें आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, मानसिक तनाव दूर होता है, सफलता मिलने में सहायता प्राप्त होती है । नक्षत्र से सम्बंधित पेड़ से निर्मित औषधि रोगों को दूर करने में बहुत अधिक सहायक होती है ।
पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के जातक यदि नौकरी करते हैं तो उच्चपदासीन होते हैं । इनकी तरक्की होती रहती है । यदि व्यापार करते हैं तो भी धन कमाने में निपुण होते हैं । हालांकि ये पैसे की जगह आध्यात्मिकता को अधिक बल देते हैं । ये कम्युनिकेशन से सम्बंधित कार्य कर सकते हैं, रिसर्चर हो सकते हैं । अधिकतर एस्ट्रोलॉजी अथवा एस्ट्रोनॉमी या इंटरनेट सम्बन्धी प्रोफेशन में होते हैं ।
jyotishhindi.in पर विज़िट करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार ।