सर्वप्रथम आपसे साँझा करना चाहूंगा की माँ छिन्नमस्तिका के बारे में जानना माँ को जान लेना नहीं है । इसे अपने मन में बिठा लें तो साधना का मार्ग हमेशा खुला रहता है अन्यथा अपना ही अहम की (मैं तो जानता हूँ) सबसे बड़ी बाधा बन जाता है और साधना के पथ पर कोई गति … Continue reading