वैदिक ज्योतिष में शुक्र देव को दैत्य गुरु के रूप में जाना जाता है । इन्हें चौथे भाव में दिशाबाल प्राप्त होता है । कालपुरुष कुंडली में शुक्र को को दुसरे व् सातवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है । इनकी महादशा बीस वर्ष की होती है । आज हम jyotishhindi.in के माध्यम से आपसे सांझा … Continue reading