शनिदेव संक्षिप्त परिचय Shani Grah ka prabhav: ॐ श्री गणेशाय नमः ! पुष्य,अनुराधा, और उत्तराभाद्रपद.नक्षत्रों के स्वामी शनि देव को तीनो लोकों का न्यायकर्ता कहा गया है । न्यायकर्ता का काम ही होता है उचित अनुचि कर्मों का फल प्रदान करना । अब यदि किसी के जीवन में शनि की महादशा , अन्तर्दशा या साढ़ेसाती … Continue reading