वृहस्पति गृह वैदिक ज्योतिष में देवताओं के भी गुरु के रूप में प्रतिष्ठित हैं । यूँ तो कुंडली के पांच भावों के कारक गुरु एक सौम्य, देव ग्रह है , लेकिन मान ऐसा है की भरी सभा में प्रवेश करें तो राजा को भी उठ कर स्वागत करना पड़े। ज्ञान के प्रतीक गुरु सभी प्रकार … Continue reading