कर्क भचक्र की चौथे स्थान पर आने वाली राशि है। यह चर राशि है, जल तत्व, विप्र वर्ण, स्त्री लिंगी होने से कर्क एक शुभ लग्न माना जाता है । इसका विस्तार चक्र 90 से 120 अंश के अन्दर पाया जाता है । इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है । चिन्ह – केकड़ा व् इसके … Continue reading