सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । धनु लग्न कुंडली में मंदगामी शनि दुसरे और तीसरे भाव के स्वामी हैं । अतः शनि देव इस लग्न कुंडली में एक अति मारक गृह हैं । इस लग्न कुंडली के जातक … Continue reading
सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । तुला लग्न कुंडली में मंदगामी शनि चतुर्थश ,पंचमेश होते हैं । अतः बुद्ध देव केअति मित्र कहे जाने वाले शनि देव इस लग्न कुंडली में एक कारक गृह हैं । यदि शनिदेव … Continue reading
सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । कन्या लग्न कुंडली में मंदगामी शनि पंचमेश , षष्ठेश होते हैं । अतः बुद्ध देव के मित्र कहे जाने वाले शनि देव इस लग्न कुंडली में एक कारक गृह हैं । यदि … Continue reading
सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । कुम्भ लग्न कुंडली में मंदगामी शनि बारहवें और पहले भाव के स्वामी हैं । अतः शनि देव इस लग्न कुंडली में एक योग कारक गृह हैं । यदि शनि देव शुभ स्थित … Continue reading
सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । मकर लग्न कुंडली में मंदगामी शनि पहले और दुसरे भाव के स्वामी हैं । अतः शनि देव इस लग्न कुंडली में एक अति योग कारक गृह हैं । यदि शनि देव शुभ … Continue reading
सूर्य-पुत्र शनि मकर और कुम्भ राशि के स्वामी हैं । मेष राशि मंदगामी शनि देव की नीच व् तुला उच्च राशि है । मीन लग्न कुंडली में मंदगामी शनि ग्यारहवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं । अतः शनि देव इस लग्न कुंडली में एक मारक गृह के रूप में मान्य हैं । मीन लग्न … Continue reading
भारत देश में प्रचलित पौराणिक ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र मन , माता व् जल के कारक कहे गए हैं । शरीर में मौजूद ७४ – ७५ प्रतिशत जल को पूरी तरह से प्रभावित करने में चन्द्रमा पूरी तरह से सक्षम कहे गए हैं । स्वभाव से चंचल , ह्रदय से कोमल चंद्र देव वृष … Continue reading
भारत देश में प्रचलित पौराणिक ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र मन , माता व् जल के कारक कहे गए हैं । शरीर में मौजूद ७४ – ७५ प्रतिशत जल को पूरी तरह से प्रभावित करने में चन्द्रमा पूरी तरह से सक्षम कहे गए हैं । स्वभाव से चंचल , ह्रदय से कोमल चंद्र देव वृष … Continue reading
भारत देश में प्रचलित पौराणिक ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र मन , माता व् जल के कारक कहे गए हैं । शरीर में मौजूद ७४ – ७५ प्रतिशत जल को पूरी तरह से प्रभावित करने में चन्द्रमा पूरी तरह से सक्षम कहे गए हैं । स्वभाव से चंचल , ह्रदय से कोमल चंद्र देव वृष … Continue reading
भारत देश में प्रचलित पौराणिक ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र मन , माता व् जल के कारक कहे गए हैं । शरीर में मौजूद ७४ – ७५ प्रतिशत जल को पूरी तरह से प्रभावित करने में चन्द्रमा पूरी तरह से सक्षम कहे गए हैं । स्वभाव से चंचल , ह्रदय से कोमल चंद्र देव वृष … Continue reading