ज्योतिषहिंदीडॉटइन के नियमित पाठकों को सुप्रभात । अभी तक हमने मेष व् वृष राशि के लिए फरवरी माह कैसा जाने वाला है की चर्चा की । आपने ध्यान दिया होगा की हमने चंद्र का फल नहीं बताया । इसका कारन यह है की चन्द्रमा सवा दो दिन में राशि परिवर्तन कर लेता है । शुक्र और बुद्ध भी कभी कभी महीने में दो बार राशि पारिवर्तन कर लेते हैं । जैसे फरवरी माह में बुद्ध तीन बार राशि परिवर्तन कर रहे हैं और शुक्र दो बार । इसी प्रकार मंगल पांच तरीक तक मीन में हैं और फिर मेष राशि में जा रहे हैं । हम तीनो पर अपने विचार जरूर रखेंगे । इससे आपको चन्द्रमा के फल का अनुमान आसानी से लगा पाएंगे । आज हम जानने का प्रयास करेंगे की फरवरी माह मिथुन राशि के जातकों के लिए कैसा रहेगा …..
राहु Rahu :
मिथुन राशि से दुसरे भाव में राहु हैं । आपके धन में कमी आने के संकेत हैं । किसी कुटुंबजन को कष्ट होगा । यदि किसी को ऋण दिया तो लौटने के चान्सेस कम ही हैं । कोई रोग भी हो सकता है और राहु पर अष्टम केतु की दृष्टि के चलते दाईं आँख में कष्ट होने के संकेत हैं । यदि ऑपरेशन की सोच रहे हैं तो स्थगित कर देना चाहिए । राहु कर्म स्थान को भी देख रहे हैं जहाँ पांच फरवरी तक मंगल भी विराजमान हैं, तो कार्यस्थल में परेशानियां बढ़ने के ही संकेत हैं ।
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गुरु Guru :
गुरु छठे भाव में वृश्चिक राशि में है । कोई रोग हो सकता है । अपनी बात ही मनवाने का प्रयास करेंगे तो मुसीबत में पड़ेंगे । अपने साथ के लोगों पर दबदबा बनाने का प्रयास न करें नहीं तो मुँह की खानी पड़ेगी । आपसे ओहदे में बड़े लोग जो ऑफिस में आपके साथ काम करते हैं आपको पसंद नहीं कर रहे हैं । किसी को धन उधार न दें ।
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शनि Saturn :
शनि सप्तम भाव में स्थित हैं । सप्तम शनि परिवार में खटास लाएंगे । वैराग्य के कारक शनि तीसरी दृष्टि से नवम सातवीं से लग्न और दसवीं दृष्टि से चौथे भाव को देख रहे हैं सो भाग्य के लिए थोड़े से सहायक हो सकते हैं क्यूंकि भाग्य भाव में कुम्भ राशि है । पारिवारिक सुख में कमी और नर्व्स सम्बन्धी समस्या आना संभावित है ।
शुक्र Venus :
सप्तम भाव में शनि के साथ स्थित शुक्र जो की अपनी नीच राशि में है समस्या प्रदान कर सकता है । आपको जननांग सम्बन्धी समस्या से जूझना पड़ सकता है । ग्रंथियों से सम्बन्धी समस्या होने की सम्भावना प्रकट हो रही है ।
सूर्य Sun :
अष्टम भावस्थ सूर्य मान प्रतिष्ठा में कमी के संकेत दिखाते हैं । हड्डियों से सम्बंधित समस्या उत्पन्न होने की सम्भावना है । यदि आप बुजुर्ग हैं और पहले से हड्डी से सम्बंधित बीमारी से ग्रस्त हैं तो अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है । हड्डी से सम्बंधित रोग भी हो सकता है और ऑपेरशन भी क्यूंकि सूर्य के साथ केतु भी विराजमान हैं जो कट या ओप्रशन के संकेत दे रहे हैं ।
केतु Ketu :
केतु ज्ञान भी है और गणेश भी । बाल गणेश जी की साधना करें आपके लिए शुभ होगा ।
बुद्ध Mercury :
सात फरवरी तक अष्टम भाव में है । इसके बाद नवम में जा रहे हैं और माह के अंत तक दशम में चले जायेंगे । अष्टम के बुद्ध स्वास्थ्य सबंधी समस्या दर्शा रहे हैं और गणना से सम्बन्धित प्रोब्लेम्स आ सकती हैं । नवम व् दशम में आ कर भी बुद्ध कुछ खास शुभता प्रदान नहीं कर रहे हैं । नवम में बुध अष्टमस्थ सूर्य केतु व् दशमस्थ मंगल के प्रभाव में हैं साथ ही शनि की तीसरी दृष्टि भी बुद्ध पर है । इसलिए व्यापारी वर्ग के लिए चिंता की बात है । मार्च आ रहा है अपना पेपर वर्क दुरुस्त कर लें नहीं तो बड़ी समस्या में आ सकते हैं ।
कम लिखा है ज्यादा समझिये । अपनी कुलदेवी और कुलदेवता को सम्मान दीजिये । प्रत्येक दिन उनकी पूजा आवश्य कीजिये । वे ही हैं जो बड़ी से बड़ी मुसीबत में सर्वप्रथम आपकी रक्षा करते हैं । बाल गणेश का संकेत आपको लेख में मिल ही चूका है । मिथुन राशि वालों के लिए फरवरी माह अधिक शुभ नहीं है । सावधान रहने की आवश्यकता है । हमारा उद्देश्य आपको या किसी को भी डराना या डराकर पैसे कमाना नहीं है, केवल आपको सावधान करना है । आप सजग हों अपना भला बुरा स्वयं सोचें और कुलजा का ध्यान अवश्य रखें । आपका मंगल हो ।