हिन्दू संस्कृति में चार धाम यात्रा का विशेष महत्व है । जनश्रुतियों में कहा गया है की बिना चार धाम यात्रा के सम्पूर्ण किये आपको मुक्ति अत्यंत दुर्लभ है । साधकों सन्यासियों का मत है की चार धाम ऊर्जा के ऐसे विशाल भण्डार हैं जहाँ से आपकी आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है । … Continue reading
ज्योतिषहिन्दीडॉटइन jyotishhindi.in के नियमित पाठकों को ह्रदय से नमन । आज हम आपसे एक ऐसे ज्योतिषीय उपाय की जानकारी सांझा करने जा रहे हैं जो अत्यंत प्रभावशाली रूप से कार्य करता है । यदि आप संकल्प के साथ इस उपाय को जीवन में उतारते हैं तो संभव है की आपको अन्य किसी उपाय की आवश्यकता … Continue reading
प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्रह्मा जी (Brahma Ji) ने जगत की रचना की और माँ सरस्वती (Maa Saraswati) के आशीर्वाद से जगत का विकास हुआ। पुराणों में वर्णित है की ब्रम्हा जी के मुख से एक सूंदर स्त्री जिन्हें हम माँ सरस्वती के नाम से जानते हैं का जन्म हुआ। कहते हैं की जैसे ही … Continue reading
श्री गुरु नानक देव जी (Shri Guru Nanak Dev Ji) का जन्म 15 अप्रैल, 1469 में तलवंडी ग्राम में हुआ, जो की अब लाहौर पाकिस्तान से 65KM पश्चिम में स्तिथ है। उनके पिता बाबा कालूचंद्र बेदी और माता तृप्ता नें उनका नाम नानक रखा। उनके पिता गाओं के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से थे और गाओं … Continue reading
साईं बुल्ले शाह (Sai Bulleh Shah) सूफी पंजाबी संतों के आसमान का ऐसा सितारा जिसकी चमक से पाषाण हृदय शक्शियत को भी परमात्मा की झलक मिल जाये। सादगी की ऐसी गरिमा की महलों की चकाचौंध भी फीकी पड़ जाए। भारत या पकिस्तान का शायद ही कोई बाशिंदा हो जो बुल्ले शाह जैसी रूहानी शक्शियत से … Continue reading
भारत में प्रचलित देवी-देवताओं की कहानियों का इतिहास वैदिक काल से भी पुरातन माना गया है। वेदों में सूर्य (Surya) को जगत की आत्मा कहा गया है। भारतीय मनीषियों ने सूर्य के महत्व को जानकार सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन माना है। भारत में पुरातन काल से सूर्य ग्रह को देवता का दर्जा … Continue reading
साईं बाबा (Sai Baba) की ही माया है कि उनके जन्म को लेकर कोई भी पुख्ता प्रमाण मौजूद नहीं है। जब कभी उनके जन्म के सम्बन्ध में कुछ भी पूछा जाता बाबा बड़े ही रहस्य्मय तरीके से टाल जाते थे। प्रचलित मान्यता के अनुसार साईं बाबा का जन्म सन 1835 में महाराष्ट्र के परभणी जिले … Continue reading
संत कबीर (Sant Kabir) के माता – पिता और जन्म से सम्बंधित कोई भी निश्चित प्रमाण मौजूद नहीं है, हाँ प्रचलित धारणा के अनुसार उनका जन्म सन 1398 ई. में ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन काशी के निकट लहराता नामक स्थान पर हुआ था। माना जाता है कबीर का पालन – पौषण नीरू और नीमा नामक … Continue reading
हिन्दू मैथोलॉजी (Hindu Mythology) में आदिवासी शबरी को एक कोमल ह्रदय भक्त के रूप में जाना जाता है, जिनके झूठे बेर स्वयं श्री राम (Shri Ram) ने बड़े ही प्रेम से खाये थे। राम भक्त शबरी (Ram Bhakat Shabri) एक आदिवासी भील की पुत्री थी। इन आदिवासियों की एक प्रथा के अनुसार किसी भी शुभ … Continue reading
भक्ति का साकार रूप हैं रामकृष्ण परमहंस (Ramakrishna Paramahamsa), संतों में संत शिरोमणि हैं रामकृष्ण, अपनी भक्ति की शक्ति से निराकार को साकार में रूपांतरित कर दे ऐसे दिव्य साधक – सरल चित्त, परम ज्ञानी हैं रामकृष्ण। जिनके छु भर लेने से साधारण जन को सत चित्त आनंद की अनुभूति हो जाए ऐसे चेतना के … Continue reading