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यह पहला नक्षत्र है । इसे मेष राशि का पहला नक्षत्र कहा गया है । यह नक्षत्र 0 डिग्री से लेकर १३.२० डिग्री तक गति करता है । भारतीय ज्योतिष की मान्यता है की यह नक्षत्र तीन तारों से मिलकर बना है । जैसा की नाम से ही विदित है अश्विनी नाम अश्व से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है घोड़े जैसी आकृति वाला । इस नक्षत्र को अश्विनी कुमार ( देवताओं के वैद्य ) के साथ भी सम्बंधित किया गया है । अश्विनी कुमार को इस नक्षत्र के देवता के रूप में भी जाना जाता है । इनका गण देव, विंशोत्तरी दशा स्वामी केतु, योनि अश्व और नाड़ी आदि है । यह गण्ड मूल नक्षत्र है ।
अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक चंचल स्वभाव, मेधावी, प्रज्ञावान, धनवान, शक्तिशाली, तीव्र कार्यसम्पन्नता की क्षमता वाला, तेज गति वाला, दर्शनीय, चौड़े ललाट वाले, थोड़ी बड़ी नासिका, बड़े बड़े चमकीले नेत्र होते हैं । ये बड़े शांत और संयमित होते हैं, धैर्यवान होते हैं । अच्छे तरह कन्फर्म होने पर आगे बढ़ते हैं । सोच समझकर निर्णय लेते हैं । और फिर क्रियान्वयन मे लग जाते हैं । फिर चाहे दुनिया इधर की उधर हो जाए ये किसी की नहीं सुनते, अपने रास्ते पर गतिमान रहते हैं । इसके लिए इन्होने पर्याप्त रिसर्च की होती है जिस वजह से यह गैर जरूरी सलाह पर गौर नहीं फरमाते और लोग इनके इस गुण को इनका अहंकार मान लेते हैं । इससे इन्हें कोई खास फर्क भी नहीं पड़ता क्यूंकि ये जानते हैं की ये क्या कर रहे हैं । किसी कार्य की सूक्ष्म बारीकियों को जानकार उसे तीव्र गति से सम्पादित करना इनकी प्रमुख खूबी है । ये सामाजिक भी होते हैं और व्यवहार कुशल भी ।
मित्रता में इनका कोई सानी नहीं होता । कैसी भी समस्या हो, कितनी भी गंभीर यह अपने मित्र का साथ कभी नहीं छोड़ते । यदि एक बार इनको आप पर भरोसा हो गया तो ये आपके लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं । कई केसीज़ में तो हमने ऐसा भी देखा है की जिनकी वजह से इन जातकों ने मुसीबत मोल ली वे पीछे हट गए, लेकिन ये नहीं । विषम से विषम परिस्थिति में भी ऐसे जातक डांवाडोल नहीं होते । इनका क्रोध भी बहुत कुछ इस तरह का ही होता है । आम तौर पर ये शांत रहते हैं लेकिन किसी की कोई बात या गलत हरकत इन्हें चुभ गयी तो समझ लीजिये इनसे बचना भी बहुत मुश्किल है । दोस्ती हो या दुश्मनी ये सुनते किसी की नहीं हैं, दुश्मनी भी उतनी ही क्लैरिटी के साथ करते हैं जितनी दोस्ती । ये पूरी तरह से आस्तिक होते हैं लेकिन दिखावे की भक्ति या पूजापाठ में कतई विशवास नहीं रखते । इनकी तीव्र बुद्धि वहां देख लेती है है जहाँ भेद की नज़र भी नहीं होती । लोग इन्हें इसी वजह से नास्तिक या अहंकारी भी मान लेते हैं । लेकिन इनका विज़न दूसरों की अपेक्षा बहुत उत्तम होता है और इस बात का इन्हें स्वयं भी आभास होता है । इनके रहन सहन , उठने बैठने में एक सलीका साफ़ तौर पर नजर आता है जो इन्हें बेहतर दिखाता भी है । इनके घर में या इनके पर्सनल रूम में जाकर देखिये आपको हर चीज करीने से रख्खी मिलेगी । हर काम को सही तरीके से करना इनकी आदत में शुमार होता है ।
यूँ तो अश्वनी नक्षत्र के जातक आपको हर फील्ड में बेहतर प्रदर्शन करते ही मिलेंगे परन्तु मुख्यतया ये बहुत अच्छे चिकित्सक होते हैं । जैसा की अश्विनी कुमार से अंदाज़ा लगाया जा सकता है चिकित्सा से सम्बंधित प्रोफेशन में इनकी स्किल्स का भरपूर फायदा लिया जा सकता है । इसके साथ ही इनको इंजीनियरिंग, लिटरेचर, संगीत से भी बहुत लगाव होता है । अधिकतर केसीज़ में अश्विनी नक्षत्र के जातक इन प्रोफेशंस में संलिप्त देखे गए हैं । प्रोफेशनल सेटलमेंट तीस वर्ष के बाद होती है । इसके बाद ये पीछे मुड़कर नहीं देखते । इनका वैवाहिक जीवन भी अधिकतर सुखद ही होता है । इनकी संतान में पुत्र संतान अधिक देखि गयी है ।